सब अपने दिल के राजा है, सबकी कोई रानी है।
भले प्रकाशित हो ना हो, पर सबकी कोई कहानी है।।
बहुत सरल है कहना, किसने कितना दर्द सहा।
जिसकी जितनी आँख हँसी है, उतनी पीर पुरानी है।।
भले प्रकाशित हो ना हो, पर सबकी कोई कहानी है।।
बहुत सरल है कहना, किसने कितना दर्द सहा।
जिसकी जितनी आँख हँसी है, उतनी पीर पुरानी है।।
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ReplyDeleteNice sir
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